आज मैंने अपने घर का नम्बर मिटाया है
और गली के माथे पर लगा, गली का नाम हटाया है
और हर सड़क की दिशा का नाम पोंछ दिया है
पर अगर आपको मुझे ज़रूर पाना है
तो हर देश के, हर शहर की, हर गली का द्वार खटखटाओ
यह एक शाप है, यह एक वर है
और जहाँ भी आज़ाद रूह की झलक पड़े— समझना वह मेरा घर है।
Her thoughts are as immortal as the meaning of her name. She was an epitome of liberty and social justice. She is Amrita Pritam. Born in 1919 in Gujranwala to a traditional Sikh family of undivided Punjab,